DLC test in Hindi- Dlc test क्या है? DLC full form in Hindi

Dlc test in hindi:- अगर आप इस वेबपेज पर आए हैं तोह आप DLC टेस्ट के बारें में जानकारी जरूर पाना चाहते होंगे. किसी भी बीमारी का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं. इनमें DLC टेस्ट भी शामिल है.  DLC टेस्ट WBC यानि वाइट ब्लड सेल(श्वेत रक्त कोशिकाएं) से सम्बंधित है.  जो की हमारे शरीर को रोगों से सुरक्षित रखने का कार्य करती है. आज हम इस पोस्ट में आपको DLS टेस्ट से सम्बंधित और WBC से सम्बंधित जानकारी प्रदान करेंगे.  चलिए जानते है. 

dlc test in hindi
DLC test in hindi

WBC importance for DLC Test in Hindi! What is WBC in hindi? सफेद रक्त कोशिका क्या होती है?

रक्त कोशिकाओं को अस्थि मज्जा में हेमेटोपोएटिक(Hematopoetic) कोशिकाओं द्वारा बनाया जाता है और फिर रक्त परिसंचरण(blood circulation) प्रक्रिया के लिए आगे छोड़ा जाता है। रक्त अलग-अलग प्रकार की कोशिकाओं से बना होता है जो प्लाज्मा(plasma) नामक द्रव में शामिल होता हैं। इनमें एरिथ्रोसाइट्स जिसे लाल रक्त कोशिकाएं(RBC), ल्यूकोसाइट्स जिसे श्वेत रक्त कोशिकाएं(WBC) कहा जाता है और प्लेटलेट्स – यह तीन चीजे शामिल होती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं ऊतकों में ऑक्सीजन ले जाते हैं, प्लेटलेट्स चोट के स्थान पर रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं, और ल्यूकोसाइट्स यानी श्वेत रक्त कोशिकाएं शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का एक अलग अंग बनाते हैं।

श्वेत रक्त कोशिकाएं रक्त में सुरक्षात्मक कोशिकाके नाम से जानी जाती है. श्वेत रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रणाली(इम्यून सिस्टम) में काम करती हैं। श्वेत रक्त कोशिकाएं शरीर को संक्रमण और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। इसी कारन आज कोवि महामारी के दौर में- कोवि से सुरक्षित रखने में हमारी सबसे ज्यादा मदत श्वेत रक्त कोशिकाएं कर रही है| रक्त में इनकी मात्रा प्रति मि.ली 4000 से लेकर 10000 तक होती है। लिंग, उम्र, स्वास्थ्य की स्थिति, रहन-सहन, पर्यावरण- जैसे अलग कारकों के आधार पर, अलग प्रकार के डब्ल्यूबीसी की अलग-अलग मात्रा रक्त में फैलती है। इन कोशिकाओं का जीवनकाल लाल रक्त कोशिकाओं की तुलना में कम होता है। ग्रैन्यूलोसाइट्स सफेद रक्त कोशिका का एक प्रकार है।

Types of WBC in Hindi- डब्ल्यूबीसी के प्रकार

डब्ल्यूबीसी यानी श्वेत रक्त कोशिकाएं पांच प्रकार के होते हैं, प्रत्येक का अलग-अलग कार्य होता है और रक्त में पाचों अलग संख्या में मौजूद होते है:

न्यूट्रोफिल:  न्यूट्रोफिल का कार्य  बैक्टीरिया और कभी-कभी कवक से सुरक्षा प्रदान करना हैं। न्यूट्रोफिल की संख्या किसी भी अन्य प्रकार के डब्ल्यूबीसी की तुलना में अधिक होती है।  


बासोफिल्स: बासोफिल्स डब्ल्यूबीसी में सबसे काम होती है। बासोफिल्स एलर्जी होने पर  उसकी प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए माना जाता है।

ईोसिनोफिल्स: यह अक्सर परजीवी संक्रमण, एलर्जी प्रतिक्रिया या कैंसर का संकेत देती है। आपके रक्त में या संक्रमण या सूजन के स्थान पर ऊतकों में कम-ज्यादा संख्या में ईोसिनोफिल हो सकते हैं।

मोनोसाइट्स: मोनोसाइट्स न्यूट्रोफिल की तरह – संक्रामक रोगजनकों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के कार्य में शामिल हैं। हालांकि, मोनोसाइट्स आमतौर पर पुराने या दीर्घकालिक संक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करने के कार्य में जुड़े होते हैं।

लिम्फोसाइट्स: यह प्रमुख डब्ल्यूबीसी हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन्हें बेअसर करने का महत्वपूर्ण काम करती हैं। लिम्फोसाइट्स आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को संपर्क में आने वाले हर एंटीजन को याद रखने में मदद करते हैं। अपना काम करने के बाद यह कोशिकाए मेमोरी सेल्स में बदल जाती है|

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DLC full form in hindi- डीएलसी का फुल फॉर्म क्या है?

DLC का फुलफॉर्म(DLC full form) = Differential Leukocyte Count यह है। हिन्दी में इसे डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट कहा जाता है।  DLC यह शॉर्टफॉर्म मेडिकल फील्ड के साथ-साथ कुछ और फील्ड में भी इस्तेमाल किया जाता है। DLC का full form अन्य फील्ड में का होता है? यह नीचे बताया गया है।

  • Document Level Classification (language processing)
  • Direct Loan Consolidation (finance)
  • Dual Layer Chromatography (biochemistry)
  • Downloadable Content (Internet)
  • Distance Learning Centre (education)
  • Digital Loop Carrier (telecommunications)
  • Diamond-Like Carbon (materials science)
  • Designated Local Currency trade)
  • Deputy Commissioner of Police (Government)
  • Data Link Control (Technology, Computer)

What is DLC test in hindi? DLC test information in hindi |डीएलसी टेस्ट क्या है? मानव शरीर में डीएलसी क्या है?

DLC टेस्ट यह blood टेस्ट का एक भाग है। blood test को CBC टेस्ट कहाँ जाता है। और DLC टेस्ट ये CBC(Complete Blood Count) टेस्ट का एक पार्ट है।हेमोग्लोबिन, हेमोटोक्रिट, आरबीसी, DLC(WBC test), प्लेटेट काउंट, एमसीवी, एमसीएच, एमसीएचसी, आरडीडबल्यू। इन सारे टेस्ट CBC टेस्ट में शामिल है।

डीएलसी टेस्ट करते वक्त, रोगी से रक्त की छोटी मात्रा लेकर उसे और सूक्ष्मदर्शी(Microscopes) के नीचे जांच की जाती है। एक लॅब टेच्निकीयन WBC के हर प्रकार, रक्त में कितने प्रतिशत मौजूद है? यह जाँच करता करता है।

ल्यूकोसाइट्स या श्वेत रक्त कोशिकाएं (डब्ल्यूबीसी) शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का एक अविभाजित  अंग हैं। डब्ल्यूबीसी पांच प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक के अलग-अलग कार्य होते हैं। डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट टेस्ट में रक्त में मौजूद सभी डब्ल्यूबीसी की संख्या को मापा जाता है। श्वेत कोशिकाओं के लिम्फोसाइट्स, न्यूट्रोफिल, ईोसिनोफिल, मोनोसाइट्स और बेसोफिल इन सभी प्रकार को DLC टेस्ट में मापा जाता है|
इसके अलावा, डीटीसी टेस्ट में हमारी श्वेत रक्त कोशिकाओ में मौजूद ऐसे कणों की पहचान की जातीहैं हैं जो पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं और शरीर में कई प्रकार की समस्याओं जैसे एनीमिया, रक्त के थक्के और कई प्रकार के संक्रमणों का भी पता लगाते हैं। कुछ DLC Test मे आपके डॉक्टर को यह पता करने में मदद होती हैं कि आपके शरीर के विभिन्न अंग कैसे काम कर रहे हैं। अंगों की खराबी भी DLC Test पता की जा सकती है ।


डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट टेस्ट शरीर की जाँच करने के लिए, तथा अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से पीड़ित हो उस वक्त उसकी हालत जांचने के लिए DLC टेस्ट किया जाता है|
WBC की गिनती उम्र के अलावा कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें लिंग, स्वास्थ्य की स्थिति, पहले हुई कुछ बीमारियां, टीकाकरण आदि शामिल हैं।

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Importance Of DLC blood Test in Hindi- DLC टेस्ट का महत्व

हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली में कोई दिक्कत हो तो, उसके बारे में डीएलसी टेस्ट से पता लग सकता है। इससे रोगी का इलाज करने मैं भी मदद होती है।   डीएलसी परीक्षण के द्वारा संक्रमणों के बारे में पता लगाया जाता है। रोगी व्यक्ति को किस प्रकार का संक्रमण हुआ है यह DLC टेस्ट द्वारा पता लगाया जाता है। ऐसे कहीं तरह के संक्रमण होते है, जिन्हे डबल्यूबीसी की जांच करने से पता लगाया जाता है। रक्त में डबल्यूबीसी किस तरह काम कर रही है, ये DLC टेस्ट से ही पता लगता है।

DLC टेस्ट से हमारे संपूर्ण स्वास्थ के बारे में पता लगता है। अगर हमें कोई बीमारी है या फिर कुछ दिन बाद में बीमारी हो सकती है तो डॉक्टरों को DLC टेस्ट से इसका पता लग सकता है। इससे आप अपने स्वास्थ पर पहले ही ध्यान दे सकते है। ल्यूकेमिया यह एक cancer का प्रकार है, जिसे Blood cancer भी कहाँ जाता है। रक्त में डबल्यूबीसी की अधिक खराबी होने से यह होता है। DLC टेस्ट द्वारा हमे WBC की खराबी के बारे में जान सकते है। और इससे ल्यूकेमिया की भी जानकारी पा सकते है।

आमतौर पर DLC टेस्ट की Normal range नीचे दिए गए प्रमाणों में ही होते है।

  • न्यूट्रोफिल: 40-60%
  • लिम्फोसाइट्स: 20-40%
  • मोनोसाइट्स: 2-8%
  • ईोसिनोफिल्स: 1-4%
  • बासोफिल्स: 0-1%

FAQ-

डीएलसी का मतलब क्या होता है?

डीएलसी का मतलब डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट होता है। वैसे डीएलसी का अर्थ सिर्फ मेडिकल फील्ड में डिफरेंशियल ल्यूकोसाइट काउंट होता है। अन्य फील्ड में डीएलसी का अर्थ जानने के लिए हमारे इसी आर्टिक्ल का ऊपर वाला परिच्छेद जरूर पढ़े।

डीएलसी बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है?

डीएलसी बढ़ना यानि, सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या में बढ़ना। सफेद रक्त कोशिका की संख्या बढ़ने से रक्त कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों भी हो सकती है। साथ ही वायरल इंफेक्शन, बैक्टीरियल इंफेक्शन, गठिया, टिश्यू डिसऑर्डर जैसे कुछ रोग भी हो सकते हैं। इनमें अस्थिमज्जा असामान्यताएं, प्रतिरक्षा(रोगप्रतिकार) प्रणाली में कमी, और शारीरिक और भावनात्मक तनाव बढ़ना, इन जैसी समस्याएँ भी हो सकती है।

रक्त परीक्षण(blood test) में टीएलसी और डीएलसी क्या है?

टीएलसी का मतलब Total Leukocyte Count होता है और डीएलसी का मतलब Differential Leukocyte Count होता है।  यह दोनों ही रक्त में मौजूद सफ़ेद रक्त कोशिकाओं की संख्या पता लगाने के पैरामीटर है। टीएलसी से हमें रक्त में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाओं की कुल मात्रा जानने में मदत होती है, वही डीएलसी से हमें रक्त में श्वेत रक्त कोशिकाओं के प्रकार जैसे की- लिम्फोसाइट्स, न्यूट्रोफिल, ईोसिनोफिल, मोनोसाइट्स और बेसोफिलइन

इन सभी की मात्रा जानने में मदत होती है।  हमारे स्वास्थ के बारे में जानकारी पाने के लिए डॉक्टर्स के द्वारा कही तरह के टेस्ट किये जाते है  इसमें DLC टेस्ट भी शामिल ह। मानव शरीर में हो रही बिमारियों का पता लगाने के लिए DLC टेस्ट बहोत महत्वपूर्ण है  इससे हमें रक्त में मौजद कीटाणु और उसके साथ-साथ कही तरह की समस्याओ के बारे में पता लग सकता है  

आज हमने ‘Dlc test क्या है? DLC test in Hindi- DLC test कैसे करें? इस पोस्ट के द्वारा आपको दलक टेस्ट के बारें में जानकारी प्रदान की है। अगर आपको यह पोस्ट उपयुक्त लगा हो तो इसे जरूर शेयर करे।  अगर पोस्ट के बारे में आपके सवाल हो तोह कमेंट द्वारा हमें जरूर पूछ।  धन्यवाद। 

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